मन्ना दे जी पर किसी फोरम में चर्चा चल रही थी। सवाल था कि क्या बॉलीवुड में मन्ना दादा की उपेक्षा हुई? कुछ लोगों का मानना था कि उनकी उपेक्षा हुई और कुछ का मानना था कि यह सही नहीं है। हलाँकि मेरा मानना है कि उन्हें उनकी योग्यता के अनुसार गाने का मौका नहीं मिला मगर साथ ही इस तरह की चर्चा मुझे बचकानी लगी। किसी कलाकार की योग्यता इससे कैसे साबित होगी कि उसने क्या गया? वह तो इससे साबित होगी कि वह क्या गा सकता है या गा सकता था।
उस चर्चा में कुछ लोगों ने कहा कि मन्ना दे जी ने हिन्दी से बाहर बाक़ी भाषाओं में काफी गया है, खासकर बांग्ला में। तब मुझे लगा कि उनके गीत ढूँढने चाहिए। कुछ और ढूंढ़ना शुरू किया तो यह जानकर हैरत हुई कि उन्होंने मलयालम में भी काफी गीत गाए हैं और सबसे ज्यादा हैरत तब हुई जब पता लगा कि वे मुझसे ५-7 किलोमीटर भर की दूरी पर बंगलौर में ही रहते हैं. बाक़ी खोजबीन बाद में। फिलहाल इस खोज की खुशी में यह बांग्ला गीत मन्ना दे जी की आवाज़ में:
उस चर्चा में कुछ लोगों ने कहा कि मन्ना दे जी ने हिन्दी से बाहर बाक़ी भाषाओं में काफी गया है, खासकर बांग्ला में। तब मुझे लगा कि उनके गीत ढूँढने चाहिए। कुछ और ढूंढ़ना शुरू किया तो यह जानकर हैरत हुई कि उन्होंने मलयालम में भी काफी गीत गाए हैं और सबसे ज्यादा हैरत तब हुई जब पता लगा कि वे मुझसे ५-7 किलोमीटर भर की दूरी पर बंगलौर में ही रहते हैं. बाक़ी खोजबीन बाद में। फिलहाल इस खोज की खुशी में यह बांग्ला गीत मन्ना दे जी की आवाज़ में: