tag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post4563834508524815348..comments2023-05-12T19:06:08.037+05:30Comments on प्रत्येक वाणी में महाकाव्य...: पंडित भीमसेन जोशी की आवाज़ में एक भजनमहेनhttp://www.blogger.com/profile/00474480414706649387noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-85384663627834903922014-03-22T21:52:37.323+05:302014-03-22T21:52:37.323+05:30कृुपा करके एक और भजन इस पृष्ट पर डाले याजसाठी के...कृुपा करके एक और भजन इस पृष्ट पर डाले याजसाठी केला होता अट्टहास ..शेवटचा दिस गोड व्हावाAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/00204226545294388165noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-82869727401890619862008-11-16T10:05:00.000+05:302008-11-16T10:05:00.000+05:30धन्यवाद नीरज भाई,आप बनें रहें। मैं और भी कुछ मराठी...धन्यवाद नीरज भाई,<BR/>आप बनें रहें। मैं और भी कुछ मराठी गीत लगाऊंगा कभी तो अनुवाद के लिये आपकी ही ज़रूरत पड़ेगी।महेनhttps://www.blogger.com/profile/00474480414706649387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-55585049848239971502008-11-16T09:48:00.001+05:302008-11-16T09:48:00.001+05:30मै मराठी हूं । आपको आपके मराठी सहकर्मी ने इस भजन क...मै मराठी हूं । आपको आपके मराठी सहकर्मी ने इस भजन का जो अर्थ बताया है वह सही नही है ।<BR/><BR/>यह भजन श्रीराम के वनवास पर कोई टिप्पणी नही करता । बल्की इसमें भगवान श्रीराम की आराधना की गयी है । भजन का यथाशक्ती हिंदी रुपांतर करने की कोशिश करता हुं ।<BR/><BR/>सर्वप्रथम (मै) अयोध्याराज की उपासना करूंगा<BR/>(क्योंकि)यह भक्तोंकी पुकार को सुनते है ॥१॥<BR/><BR/>महासंकट आता है तो उसका निर्वाण यह करते है<BR/>(मै तो बस) रामनाम जपता हूं ॥२॥<BR/><BR/>रामनाम जपता हूं तो पाप धुल जाते है । <BR/>पुण्य निश्चित होता है और स्वर्गप्राप्ती भी ॥३॥<BR/><BR/>स्वर्गप्राप्ती का ख्याल पुण्य करनेवालोंको रह्ता है ।<BR/>(पर) पापी तो यह भूलही जाते है ॥४॥<BR/><BR/>(परंतु आज) भगवान मेरी क्युं नही सुन रहे । <BR/>रामदास लोगोंसे कहते है सावधान हो जाईये ॥५॥नीरज पाटकरhttps://www.blogger.com/profile/02423169302316891011noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-17283186727977947842008-11-16T09:48:00.000+05:302008-11-16T09:48:00.000+05:30मै मराठी हूं । आपको आपके मराठी सहकर्मी ने इस भजन क...मै मराठी हूं । आपको आपके मराठी सहकर्मी ने इस भजन का जो अर्थ बताया है वह सही नही है ।<BR/><BR/>यह भजन श्रीराम के वनवास पर कोई टिप्पणी नही करता । बल्की इसमें भगवान श्रीराम की आराधना की गयी है । भजन का यथाशक्ती हिंदी रुपांतर करने की कोशिश करता हुं ।<BR/><BR/>सर्वप्रथम (मै) अयोध्याराज की उपासना करूंगा<BR/>(क्योंकि)यह भक्तोंकी पुकार को सुनते है ॥१॥<BR/><BR/>महासंकट आता है तो उसका निर्वाण यह करते है<BR/>(मै तो बस) रामनाम जपता हूं ॥२॥<BR/><BR/>रामनाम जपता हूं तो पाप धुल जाते है । <BR/>पुण्य निश्चित होता है और स्वर्गप्राप्ती भी ॥३॥<BR/><BR/>स्वर्गप्राप्ती का ख्याल पुण्य करनेवालोंको रह्ता है ।<BR/>(पर) पापी तो यह भूलही जाते है ॥४॥<BR/><BR/>(परंतु आज) भगवान मेरी क्युं नही सुन रहे । <BR/>रामदास लोगोंसे कहते है सावधान हो जाईये ॥५॥नीरज पाटकरhttps://www.blogger.com/profile/02423169302316891011noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-86893565610536420372008-08-30T14:01:00.000+05:302008-08-30T14:01:00.000+05:30आपका ब्लॉग आज देखा बहुत अच्छा लिख रहे हैं और ऑडियो...आपका ब्लॉग आज देखा बहुत अच्छा लिख रहे हैं और ऑडियो भेज रहे हैं ,बहुत बहुत बधाईRadhika Budhkarhttps://www.blogger.com/profile/11776018648214285308noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-761659013088917562008-08-28T21:45:00.000+05:302008-08-28T21:45:00.000+05:30नवागंतुक ने आप सभी को चरण-स्पर्श भेजा है और धन्यवा...नवागंतुक ने आप सभी को चरण-स्पर्श भेजा है और धन्यवाद कहा है अपने पिता के ब्लोग पर बने रहने के लिये। :Dमहेनhttps://www.blogger.com/profile/00474480414706649387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-68980070093707777452008-08-25T10:07:00.000+05:302008-08-25T10:07:00.000+05:30जितेन्द्र जी, पहले तो धन्यवाद आपकी शुभकामनाओं के ल...जितेन्द्र जी, पहले तो धन्यवाद आपकी शुभकामनाओं के लिये। यह गीत तो मेरे पास नहीं है।महेनhttps://www.blogger.com/profile/00474480414706649387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-74894560759719022802008-08-25T10:04:00.000+05:302008-08-25T10:04:00.000+05:30हो सके तो इनके इस गीत को पोस्ट कर दें - ये तनू म...हो सके तो इनके इस गीत को पोस्ट कर दें - ये तनू मुंडना वे मुंडना(शायद यही लाइन है)<BR/><BR/>(अनुपलब्ध हो तो बताने की कृपा करें।)जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-4724263770835829132008-08-24T23:03:00.000+05:302008-08-24T23:03:00.000+05:30पँडित भीमसेन जोशी के सिँह घोष भरे स्वर भक्ति की गँ...पँडित भीमसेन जोशी के सिँह घोष भरे स्वर भक्ति की गँगा बहाने मेँ सक्षम हैँ !<BR/>सँतान प्राप्ति के लिये आप दोनोँ को बधाई और बलाक को मेरे आशिष दीजियेगा~`<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-23854010116760551852008-08-24T22:48:00.000+05:302008-08-24T22:48:00.000+05:30संगीत, आवाज, जोशीजी, सब ठीक... पर पहले बधाई स्वीका...संगीत, आवाज, जोशीजी, सब ठीक... <BR/><BR/>पर पहले बधाई स्वीकारें भाई !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-8412390851203992862008-08-24T21:39:00.000+05:302008-08-24T21:39:00.000+05:30महेन भाई, आनंद आ गया, संगीत के रसिया हैं आप भी, कभ...महेन भाई, आनंद आ गया, संगीत के रसिया हैं आप भी, कभी "आवाज़ ' पर भी तशरीफ़ लाईयेSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-27791157565603156482008-08-24T19:50:00.000+05:302008-08-24T19:50:00.000+05:30आनंदम भाई. आनंदम.आनंदम भाई. आनंदम.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-25021343363308938742008-08-24T19:44:00.000+05:302008-08-24T19:44:00.000+05:30जब मैं छठी-सातवीं क्लास में था, तब मेरे हॉस्टल म...जब मैं छठी-सातवीं क्लास में था, तब मेरे हॉस्टल में सुबह 5 बजे भीम सेन जोशी का भजन सुनाकर हमें उठाया जाता था। तब तो इससे हम सभी हॉस्टलवासी को चीढ़ हो गई थी। पर आज आपके माध्यम से ये भजन सुनकर यादों का सैलाब ऐसा उमड़ा कि शब्दों में बयॉं करना मुमकिन नहीं।<BR/>मेहरबानी होगी यदि इनके इस गीत को पोस्ट कर दें- ये तनू मुंडना वे मुंडना(शायद यही लाइन है)<BR/><BR/>साथ ही, पिता बनने की हार्दिक बधाई।<BR/>खैर,जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-86921519768948683712008-08-24T16:21:00.000+05:302008-08-24T16:21:00.000+05:30पंडित जी को सुनना हमेशा ही आत्मिक लगता है।पंडित जी को सुनना हमेशा ही आत्मिक लगता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-62956866333059957272008-08-24T13:47:00.000+05:302008-08-24T13:47:00.000+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति है महेन । अच्छा लगा। पंडितजी ...बहुत अच्छी प्रस्तुति है महेन । <BR/>अच्छा लगा। पंडितजी मेरे भी प्रिय गायक हैं और इनके मराठी अभंग और भजनों से ही मेरा कुछ कुछ मराठी के प्रति लगाव बढ़ा है वर्ना अपन तो ठेठ उत्तर भारतीय ही हैं। <BR/>रचना समर्थ रामदास की है और यह राग है कलावती।<BR/>करुणा और विनय को इस राग में निबद्ध सुरों के जरिये जैसी भावाभिव्यक्ति मिलती है वह अवर्णनीय होती है।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.com