tag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post1517601804118560207..comments2023-05-12T19:06:08.037+05:30Comments on प्रत्येक वाणी में महाकाव्य...: चांन जैहे मुखड़े ते गिठ-गिठ लालियांमहेनhttp://www.blogger.com/profile/00474480414706649387noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-55400587930280602842008-12-20T22:40:00.000+05:302008-12-20T22:40:00.000+05:30बहुत बढिया! आशा सिंह मस्ताना की जुगनी के अलावा यह ...बहुत बढिया! आशा सिंह मस्ताना की जुगनी के अलावा यह भी मेरे प्रिय गीतों में है। सुनवाने का शुक्रियाएस. बी. सिंहhttps://www.blogger.com/profile/09126898288010277632noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-32643020128416650122008-12-20T12:16:00.000+05:302008-12-20T12:16:00.000+05:30आसा सिहँ मस्ताना पंजाबी के लोक प्रिय गायक थे।गीत स...आसा सिहँ मस्ताना पंजाबी के लोक प्रिय गायक थे।गीत सुन्वाने के लिए आभार।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-77849142807034944052008-12-20T11:53:00.000+05:302008-12-20T11:53:00.000+05:30जरूर उनके गीत सामने लाओ पाप्पे...हम तो उन्हीं को स...जरूर उनके गीत सामने लाओ पाप्पे...हम तो उन्हीं को सुन सुन कर बढे हुए हैं...उनकी और सुरेंदर कौर जी की जोड़ी ने जो गीत पञ्जाबी को दिए हैं वो घर घर कभी बजा करते थे और आज भी री मिक्स की शक्ल में सुनाई देते हैं...आशा सिंह मस्ताना जी का गया " जदों मेरी अर्थी...." एक अमर गीत है...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7979498462979860286.post-18299015673434567472008-12-20T09:56:00.000+05:302008-12-20T09:56:00.000+05:30पापे छा गये!पापे छा गये!Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.com